लालकिला ब्लास्ट में ईको वैन का इस्तेमाल हुआ, शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा। पुलिस, NIA और फॉरेंसिक टीम मौके पर।

🚨 लालकिला धमाका: राजधानी को दहला देने वाली रात
दिल्ली सोमवार रात एक बार फिर दहशत में डूब गई जब लालकिला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास एक जोरदार धमाका हुआ। यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास खड़ी गाड़ियों के शीशे चकनाचूर हो गए और सड़क पर कांच के टुकड़े बिखर गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आवाज इतनी तेज थी कि ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो। पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई, लोग घरों और दुकानों से बाहर निकल आए।
🚓 धमाके में ईको वैन का इस्तेमाल, कई वाहन चपेट में
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि धमाका एक ईको वैन (Eco Van) में हुआ था। इस विस्फोट की चपेट में पास खड़ी एक स्कूटी और एक ऑटो रिक्शा भी आ गए।
धमाका इतना जोरदार था कि तीन से चार वाहनों में आग फैल गई। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह सिर्फ बैटरी ब्लास्ट होता, तो प्रभाव इतना बड़ा नहीं होता। इससे अब संदेह गहराता जा रहा है कि कहीं इसमें विस्फोटक पदार्थ या ज्वलनशील सामग्री का इस्तेमाल तो नहीं हुआ।
🔍 फॉरेंसिक टीम जुटी जांच में, सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है
धमाके की खबर मिलते ही दमकल विभाग, दिल्ली पुलिस, और फॉरेंसिक साइंस टीम मौके पर पहुंच गई।
फायर टेंडर और एंबुलेंस को देर रात मौके पर तैनात किया गया, जबकि वरिष्ठ अधिकारी हालात पर निगरानी रख रहे हैं।
पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया जारी है ताकि धमाके से ठीक पहले की गतिविधियों का पता लगाया जा सके।
फॉरेंसिक टीम घटनास्थल से सैंपल इकट्ठा कर रही है। इन नमूनों को जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोट किस कारण से हुआ — बैटरी से या किसी आतंकी साजिश से।
💣 क्या यह बैटरी ब्लास्ट था या सोची-समझी साजिश?
विशेषज्ञों का कहना है कि विस्फोट का असर इतना ज्यादा था कि इसे हाई-इंटेंसिटी ब्लास्ट कहा जा सकता है।
अगर यह सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल की बैटरी फटने से हुआ होता, तो नुकसान सीमित होता।
अब जांच एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि कहीं वाहन में विस्फोटक सामग्री जानबूझकर रखी तो नहीं गई थी।
कुछ सूत्रों के अनुसार, यह भी जांच का विषय है कि सुबह गिरफ्तार हुए कुछ संदिग्ध आतंकियों का इस धमाके से कोई कनेक्शन तो नहीं।
🏥 LNJP अस्पताल में भर्ती घायल, कई की हालत गंभीर
धमाके के बाद घायलों को तुरंत एलएनजेपी (LNJP) अस्पताल ले जाया गया।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि कई लोगों की हालत गंभीर है।
डॉक्टरों की टीमें लगातार घायलों का इलाज कर रही हैं, और अस्पताल प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया, “कुछ मरीजों को गंभीर जलन और शॉक की स्थिति में लाया गया था। कई को ICU में भर्ती किया गया है।”
🧠 विश्लेषण: दिल्ली में बढ़ता खतरा और सुरक्षा पर सवाल
लालकिला के पास धमाका सिर्फ एक सुरक्षा घटना नहीं, बल्कि यह सवाल उठाता है कि राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था कितनी मजबूत है।
इतिहास गवाह है कि लालकिला और उसके आसपास का इलाका हाई-सिक्योरिटी जोन में आता है। यहां से कुछ ही दूरी पर प्रधानमंत्री का स्वतंत्रता दिवस भाषण हर साल होता है।
फिर भी अगर इस क्षेत्र में इतना बड़ा विस्फोट हो सकता है, तो यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए चेतावनी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली पुलिस, NIA, और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) को मिलकर इस केस को हल करना होगा ताकि किसी बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
⚠️ दिल्ली, यूपी और महाराष्ट्र में हाई अलर्ट घोषित
धमाके के बाद दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
यूपी पुलिस ने धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
वहीं, महाराष्ट्र में भी रेलवे स्टेशनों, हवाईअड्डों और मंदिरों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
🏛️ सरकार ने ली घटना की जानकारी, प्रधानमंत्री ने जताई चिंता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की जानकारी ली है, जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से फोन पर स्थिति की समीक्षा की।
एनआईए और एनएसजी की टीमें पहले ही मौके पर मौजूद हैं और केंद्र सरकार इस मामले की निगरानी कर रही है।
🧩 निष्कर्ष: जांच के बाद मिलेगी असली तस्वीर
अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि धमाका आकस्मिक हादसा था या आतंकी साजिश।
लेकिन शुरुआती सबूत इस ओर इशारा करते हैं कि यह कोई साधारण बैटरी ब्लास्ट नहीं था।
जांच एजेंसियां अब विस्फोटक, वाहन नंबर, और फुटेज से मिले सुरागों पर काम कर रही हैं।
दिल्लीवासियों के लिए यह एक चेतावनी भरा पल है — और सुरक्षा तंत्र के लिए एक बड़ी परीक्षा।